Surya Grahan Kab Lagega 2025: जानिए साल के आखिरी सूर्य ग्रहण की पूरी डिटेल

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Surya Grahan Kab Lagega 2025: जानिए साल के आखिरी सूर्य ग्रहण की पूरी डिटेल

Surya Grahan Kab Lagega 2025: जानिए साल के आखिरी सूर्य ग्रहण की पूरी डिटेल

हर साल की तरह 2025 में भी कई खगोलीय घटनाएँ होंगी, लेकिन उनमें से सबसे ज़्यादा चर्चा का विषय रहता है सूर्य ग्रहण (Surya Grahan)। यह एक ऐसा खगोलीय दृश्य है, जो विज्ञान प्रेमियों के लिए अध्ययन का विषय तो है ही, साथ ही धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से भी इसका महत्व बहुत बड़ा माना जाता है।

अगर आप जानना चाहते हैं कि 2025 में सूर्य ग्रहण कब लगेगा, कहाँ दिखाई देगा और इसका क्या असर होगा, तो इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।

सूर्य ग्रहण क्या होता है?

सूर्य ग्रहण एक प्राकृतिक खगोलीय घटना है। यह तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है और सूर्य की रोशनी कुछ समय के लिए धरती तक नहीं पहुँच पाती। इससे सूर्य का पूरा या आंशिक भाग ढक जाता है।

सूर्य ग्रहण के मुख्य तीन प्रकार होते हैं:

  1. पूर्ण सूर्य ग्रहण (Total Solar Eclipse) – जब चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह ढक लेता है।
  2. आंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse) – जब चंद्रमा सूर्य का कुछ हिस्सा ढकता है।
  3. वलयाकार सूर्य ग्रहण (Annular Solar Eclipse) – जब चंद्रमा सूर्य के बीच आकर उसे अंगूठी की तरह दिखाता है।

 साल 2025 में कितने सूर्य ग्रहण होंगे?

2025 में कुल दो सूर्य ग्रहण लगेंगे।

  1. पहला सूर्य ग्रहण – 29 मार्च 2025 (पूर्ण सूर्य ग्रहण)
    • यह ग्रहण मुख्य रूप से अफ्रीका, यूरोप और एशिया के कुछ हिस्सों में देखा जाएगा।
    • भारत में यह आंशिक रूप से दिखाई देगा।
  2. दूसरा सूर्य ग्रहण – 21 सितंबर 2025 (आंशिक सूर्य ग्रहण)
    • यह साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा।
    • यह उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा।
    • भारत में भी इसे आंशिक रूप से देखा जा सकेगा।

आखिरी सूर्य ग्रहण 2025 का समय (21 सितंबर 2025)

खगोलशास्त्रियों के मुताबिक इस ग्रहण का समय इस प्रकार रहेगा:

  • ग्रहण की शुरुआत: सुबह 08:45 बजे (भारतीय समय अनुसार)
  • ग्रहण का मध्य: करीब 11:15 बजे
  • ग्रहण की समाप्ति: दोपहर 01:30 बजे

ध्यान दें कि अलग-अलग शहरों और क्षेत्रों के हिसाब से समय में थोड़ा फर्क हो सकता है।

धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व

भारत में सूर्य ग्रहण को सिर्फ खगोलीय घटना नहीं बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी खास माना जाता है।

  • सूर्य ग्रहण लगने से पहले सूतक काल शुरू हो जाता है।
  • इस दौरान पूजा-पाठ, भोजन और शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है।
  • मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं।
  • ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करना और दान-पुण्य करना शुभ माना जाता है।

राशियों पर असर

ज्योतिषियों के अनुसार सूर्य ग्रहण का असर सभी राशियों पर अलग-अलग होता है।

  • कुछ राशियों के लिए यह शुभ फलदायक होता है।
  • वहीं कुछ राशियों को सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
  • ग्रहण के समय मंत्र जाप और दान करने से नकारात्मक असर को कम किया जा सकता है।

सूर्य ग्रहण देखने के वैज्ञानिक टिप्स

वैज्ञानिक दृष्टि से सूर्य ग्रहण देखना बेहद रोमांचक अनुभव होता है। लेकिन इसे देखने में सावधानी बरतनी जरूरी है।

  • कभी भी नंगी आंखों से सूर्य ग्रहण न देखें, इससे आंखों को नुकसान हो सकता है।
  • केवल सोलर ग्लासेस या विशेष फ़िल्टर का इस्तेमाल करें।
  • कैमरा, दूरबीन या टेलिस्कोप से ग्रहण देखने के लिए भी खास सुरक्षा फिल्टर जरूरी है।
  • बच्चों को ग्रहण दिखाते समय पूरी सावधानी बरतें।

 दुनिया में कहाँ-कहाँ दिखेगा?

21 सितंबर 2025 को लगने वाला सूर्य ग्रहण दुनिया के कई हिस्सों में दिखाई देगा।

  • उत्तर अमेरिका – अमेरिका और कनाडा के कई हिस्सों में।
  • यूरोप – स्पेन, फ्रांस, जर्मनी जैसे देशों में।
  • एशिया – भारत समेत कई एशियाई देशों में आंशिक रूप से।
  • भारत में यह आंशिक रूप से देखा जा सकेगा, जिससे वैज्ञानिक और खगोलशास्त्रियों के लिए यह खास मौका होगा।

 निष्कर्ष

साल 2025 का आखिरी सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को लगेगा। यह भारत समेत कई देशों में आंशिक रूप से दिखाई देगा। धार्मिक दृष्टि से इसका खास महत्व है और वैज्ञानिक नजरिए से यह अध्ययन का बेहतरीन मौका होगा।

अगर आप इस दिन ग्रहण देखने का मन बना रहे हैं, तो सही सुरक्षा उपायों का पालन करें और इस अनोखी खगोलीय घटना का आनंद लें।

 

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